गुरु दत्तात्रेय ने मत्स्येन्द्र को दीक्षा प्रदान की तथा तंत्र के आदि देव भगवान् शंकर ने उन्हें शाबर मंत्रों की रचना का आदेश दिया। “हनुमान जाग.—- किलकारी मार.—- तू हुंकारे.—- राम काज सँवारे.—- ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.—- तू प्रहरी राम द्वारे.—- मैं बुलाऊँ , तु अब आ. Having https://andreia208fmz2.activablog.com/26467053/new-step-by-step-map-for-shabar-mantra