नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ हाथो में त्रिशूल लिए है गले में है सर्पो की माला शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु आठों याम https://garrettwywwt.wikiannouncing.com/5565775/top_shiv_chalisa_in_hindi_secrets